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26 December 2024

कहानी में सिमटा ज़िंदगी का सफर मुझे बचपन से ही फ़िल्में देखने का बहुत शौक़ रहा है और अच्छे संवाद ख़ुद ही बुदबुदाता रहता था। दिलीप कुमार की संवा...

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26 December 2024

पेशे से चिकित्सक और हिन्दी साहित्य की दुनिया में कथेतर साहित्य  के जाने पहचाने लेखक प्रवीण  की इस किताब में रूस के विकास की कहानी साइबेरिया से होते हुए आधुनिक रूस तक प...

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26 December 2024

यह उपन्यास अकबर के कार्य काल की पृष्टभूमि,  एक चित्रकार के दृष्टिकोण,  उसकी सोच और उसकी अपनी जीवन यात्रा के इर्द-गिर्द घटती घटनाओं का ब्यौरा है। साथ ही साथ आगरा की सिस...

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26 December 2024

जो होता है अच्छे के लिए होता है । उस दिन जब धुआँ धुआँ रूह नीलांबर कोलकाता की नाट्य प्रस्तुति देखने गया तो नीलकमल जी पहले से बैठे मिले। मैंने उनसे मिलते ही उनके नए गद्य...

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26 December 2024

यह सुखद संयोग है कि “ग़ालिब छुटी शराब” कुछ महीने पहले ही पढ़ी मैंने। सारे किस्से अभी भी ज़ेहन में चलचित्र की तरह जैसे रिकार्डेड हैं, और मुझे याद है मैंने ममता कालिया जी क...

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26 December 2024

कई बड़े कलाकारों के साक्षात्कार में सुना है कि अभिनय शैली में सबसे मुश्किल है हँसाना, उसी तरह लेखन विधा में सबसे मुश्किल है हास्य का परिष्कृत प्रकार यानी व्यंग्य लिखना...

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