प्रभात रंजन की किताब ‘एक्स वाई का ज़ेड’ पर यतीश कुमार की समी...
(Narrative Poetry)
किस्सगोई एक कला है और अगर वो संस्मरणात्मक कलेवर लिए हो तो और रोचक हो उठता है। पहली कहानी ने मुझे अपने एक दूर के रिश्तेदार की याद दिला दी। वो कहती थीं कि सिगर...
किस्सगोई एक कला है और अगर वो संस्मरणात्मक कलेवर लिए हो तो और रोचक हो उठता है। पहली कहानी ने मुझे अपने एक दूर के रिश्तेदार की याद दिला दी। वो कहती थीं कि सिगर...
मेरा ननिहाल मुंगेर में था। लखीसराय से 55 किलोमीटर दूर मुंगेर का छोटा-सा मोहल्ला माधोपुर है। छुट्टियों में हमेशा में वहीं होता था। कभी मां से पूछकर, पैसे लेकर त...
पिछले दिनों वर्ष 1998 में आयी फिल्म ‘दुश्मन’ की अचानक ही याद आ गई। इसी फिल्म का एक गाना मुझे बेहद पसंद है ‘प्यार को हो जाने दो...’। दोनों जुड़वा बहनों की भूमिका में का...
‘The poetry of the earth is never dead- John Keats’ अगर जॉन कीट्स के शब्दों में कहें तो कवि यतीश कुमार का काव्य-संग्रह ‘अन्तस की खुरचन’ सिर्फ उनके अन्तस की खुरचन न हो...
सवाल उठाना कम महत्त्वपूर्ण नहीं होता। हमारी आज जो यह दुनिया है, उसकी निर्मिति में इन सवालों की एक बड़ी भूमिका रही है। कभी कभी बचकाने लगने वाले सवालों ने वैज्ञानिकों को ऐस...